Description
भगवती काली ही कंकाल मालिनी हैं. कंकाल मालिनी का अर्थ ‘मुण्डमालिनी काली’ है. इस ग्रंथ के आद्यंत पाठ करने पर ऐसा प्रतीत होता है की कंकाल सब्द के द्वारा ‘वर्ण ‘ अभिप्रेत है एवं कंकाल माला का अर्थ ‘वर्णमाला’ है, जिनके गले में वर्णमाला शोभायमान है, वहीँ ‘कंकाल मालिनी’ मूलाधार निवासनी कुण्डलिनी देवी हैं, जो परम सुख को प्रदान करती हैं तथा जो शमशानवासिनी श्यामा जगराता कुण्डलिनी सुषुम्ना पथ के द्वारा भ्रमण करती हैं.
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.