Description
सुत्त-निपात में मौलिक बौद्ध धर्म तथा दर्शन की प्रचुर सामग्री मिलती हैं |
यह धम्मपद के समान अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रन्थ हैं | इसकी भाषा वैदिक संस्कृत के अधिक नजदीक हैं |
इसलिए सुत्त-निपात की गाथाओं के छंद भी प्रायः वैदिक ही हैं | इसमें पांच वग्ग (वर्ग) तथा 72 सुत्त हैं |
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